Relationship with Life Partner/ पार्टनर संग रिश्ते में इन बातों को ना करें नजरअंदाज, वर्ना कमजोर हो सकती है रिलेशनशिप!
Relationship with Life Partner: पार्टनर संग रिश्ते में इन बातों को ना करें नजरअंदाज, वर्ना कमजोर हो सकती है रिलेशनशिप!
क्या आप जानते हैं, शादीशुदा जिंदगी या लव रिलेशनशिप में छोटी-मोटी लड़ाई झगड़ों की वजह से ही नहीं, कुछ और बातें भी हैं, जो आपके पार्टनर संग आपके रिश्ते को खराब कर सकती है?❓
Relationship with Life Partner : शादीशुदा जिंदगी (Married Life) या फिर लव रिलेशनशिप (Love Relationship) में पार्टनर्स के बीच का संबंध कोई एक पड़ाव तक का नहीं होता है, इसमें ना जाने कितने ही उतार-चढ़ाव आते हैं.
Relationship with Life Partner : शादीशुदा जिंदगी (Married Life) या फिर लव रिलेशनशिप (Love Relationship) में पार्टनर्स के बीच का संबंध कोई एक पड़ाव तक का नहीं होता है, इसमें ना जाने कितने ही उतार-चढ़ाव आते हैं.
ये एक ऐसा रिश्ता है जिसमें हर घड़ी दोनों को एक दूसरे की जरूरत होती है.
लेकिन जीवन में कभी कभी ऐसा भी समय आता है जब दोनों के बीच झगड़े भी हो जाते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में दोनों एक दूसरे को मना लेते हैं और हाथ थामकर आगे बढ़ते रहते हैं.
आमतौर पर तो ऐसा ही होता है. क्योंकि कहते हैं कि रिश्ते में अटूट प्यार हो, तो सब बातें भुलाई जा सकती है. लेकिन अगर प्यार और विश्वास में जरा भी कमी आती है, तो बात बिगड़ जाती है.
लेकिन जीवन में कभी कभी ऐसा भी समय आता है जब दोनों के बीच झगड़े भी हो जाते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में दोनों एक दूसरे को मना लेते हैं और हाथ थामकर आगे बढ़ते रहते हैं.
आमतौर पर तो ऐसा ही होता है. क्योंकि कहते हैं कि रिश्ते में अटूट प्यार हो, तो सब बातें भुलाई जा सकती है. लेकिन अगर प्यार और विश्वास में जरा भी कमी आती है, तो बात बिगड़ जाती है.
क्या आप जानते हैं, शादीशुदा जिंदगी या लव रिलेशनशिप में छोटी-मोटी लड़ाई झगड़ों की वजह से ही नहीं, कुछ और बातें भी हैं, जो आपके पार्टनर संग आपके रिश्ते को खराब कर सकती है?
रिस्पेक्ट इज फर्स्ट
जब हम किसी दूसरे को रिस्पेक्ट (Respect) देंगे, तभी वो हमें रिस्पेक्ट देगा. ये एक सर्वमान्य नियम है. इसे हम ना जाने क्यों अपने रिलेशनशिप पार्टनर या लाइफ पार्टनर के साथ संबंधों पर लागू नहीं करते हैं.
रिस्पेक्ट इज फर्स्ट
जब हम किसी दूसरे को रिस्पेक्ट (Respect) देंगे, तभी वो हमें रिस्पेक्ट देगा. ये एक सर्वमान्य नियम है. इसे हम ना जाने क्यों अपने रिलेशनशिप पार्टनर या लाइफ पार्टनर के साथ संबंधों पर लागू नहीं करते हैं.
अगर आप अपने लाइफ पार्टनर या रिलेशनशिप पार्टनर को सम्मान नहीं देंगे. तो ये आपके प्यार भरे रिश्ते के लिए खतरनाक हो सकता है. ऐसा करने से बचें, रिस्पेक्ट योअर पार्टनर.
विश्वास की कमी
प्यार की नींव विश्वास (Trust) के रिश्ते पर टिकी होती है, जिस दिन ये नींव हिल जाती है, उसी दिन से रिश्ते में दरार आना शुरू हो जाती है. इसलिए ऐसा कोई काम ना करें जिससे आपके रिश्ते में विश्वास की कमी आ जाए. रिश्ते में विश्वास खोने से आप प्यार ही नहीं खोते, बल्कि रिश्ता भी खो सकते हैं.
रोकना-टोकना, पाबंदी लगाना
एडल्ट होने के बाद हर कोई चाहता है कि वह अपने जीवन के फैसले खुद लें, उसे कहां जाना है, क्या करना है, किससे मिलना है. ये सब वो खुद तक करने में सक्षम है.
विश्वास की कमी
प्यार की नींव विश्वास (Trust) के रिश्ते पर टिकी होती है, जिस दिन ये नींव हिल जाती है, उसी दिन से रिश्ते में दरार आना शुरू हो जाती है. इसलिए ऐसा कोई काम ना करें जिससे आपके रिश्ते में विश्वास की कमी आ जाए. रिश्ते में विश्वास खोने से आप प्यार ही नहीं खोते, बल्कि रिश्ता भी खो सकते हैं.
रोकना-टोकना, पाबंदी लगाना
एडल्ट होने के बाद हर कोई चाहता है कि वह अपने जीवन के फैसले खुद लें, उसे कहां जाना है, क्या करना है, किससे मिलना है. ये सब वो खुद तक करने में सक्षम है.
लेकिन लव रिलेशनशिप या शादीशुदा जिंदगी में भी ये देखने को मिलता है कि लोग ये मानकर चलते हैं उसके सारे फैसले मैं करूं, या फिर उसने मुझसे क्यों नहीं पूछा?
ऐसे में लोग अपने पार्टनर पर कई तरह की पाबंदियां (Restrictions) थोंप देते हैं. ऐसे में रिश्ते में खटास आना लाजमी है.
टाइम की कमी होना
हम चाहते हैं कि हमारा पार्टनर हर मुश्किल वक्त में हमारे साथ खड़ा हो, लेकिन क्या हम ऐसा उसकी तरफ से भी सोचते हैं? मतलब क्या पता उसे जब हमारी जरूरत हो, तब हम उसके पास ना रहते हों?
टाइम की कमी होना
हम चाहते हैं कि हमारा पार्टनर हर मुश्किल वक्त में हमारे साथ खड़ा हो, लेकिन क्या हम ऐसा उसकी तरफ से भी सोचते हैं? मतलब क्या पता उसे जब हमारी जरूरत हो, तब हम उसके पास ना रहते हों?
प्यार के रिश्ते में अगर दोनों पार्टनर के पास एक दूसरे के लिए टाइम ना (No Time) हो तो बिना किसी लड़ाई-झगड़े की नौबत आए रिश्ते में दरार पड़ सकती है. इसलिए ऐसी नौबत ना आने दें. अपने पार्टनर को टाइम दें, उसके साथ वक्त बिताए, उसकी जरूरत को समझें, उसे प्यार दें.
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